By Sarika Feb. 25, 2021, 6:46 p.m. 1k
सारिका स्वरुप- know about actress divya bharti death mystery: बॉलीवुड में दिव्या भारती (Divya Bharti) जैसी शायद ही कोई ऐक्ट्रेस रही हो जिसने करियर के पहले साल में ही 12 फिल्में की और सारी फिल्में जबरदस्त हिट साबित हुई। इनका नाम आते ही 'ऐसी दीवानगी' और 'सात समंदर' जैसे सुपरहिट गाने भी याद आ जाते है। दिव्या का नाम इंडस्ट्री की उन अदाकाराओं की लिस्ट में शामिल है जिन्होंने बेहद कम उम्र में ही दुनिया की हर वो शौहरत हासिल कर ली थी, जिसे कमाने के लिए लोग पूरी जिंदगी कड़ी मेहनत करते हैं। 25 फरवरी 1974 को जन्मी दिव्या आज अगर जीवित होतीं तो 47 साल की हो गई होतीं। लेकिन 19 साल की कम उम्र में ही वे चल बसीं और उनकी मौत की वजह आज तक साफ नहीं हो पाई।
दिव्या की अचानक हुई मौत के पीछे कई अटकलें लगाई गईं। कईयों ने इसे आत्महत्या बताया, कुछ ने एक्सीडेंट तो कुछ ने दिव्या के पति साजिद को जिम्मेदार बताया। उनके मौत के पीछे एक वजह ये भी बताई गई कि साजिद के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते होने की बात से दिव्या परेशान रहती थीं। उनकी मां के साथ भी उनकी अनबन रहती थी। साजिद से परेशान होकर ही दिव्या ने मौत को गले लगा लिया।
दिव्या के मौत के बाद कई सालों तक पुलिस ने तहकीकात की लेकिन फिर भी किसी नजीते पर नहीं पहुंच पाई और 1998 में दिव्या का ये केस बंद कर दिया गया ये कहते हुए की ये एक हादसा था। लेकिन क्या हुआ था उस रात, कैसे हुई दिव्या की मौत और मौत से चंद घंटों पहले तक दिव्या इतनी खुश क्यों थी ये आज हम आपको बताते हैं।
दरअसल ,अपनी मौत वाले दिन ही दिव्या ने मुंबई में ही अपने लिए एक नया 4 बीएचके (4 BHK) का घर खरीदा था और डील फाइनल की थी। वो चेन्नई से एक फिल्म की शूटिंग करके लौटी थीं और उन्हें अगले शूट के लिए हैदराबाद रवाना होना था। हालांकि नए अपार्टमेंट की डील के लिए उन्होंने हैदराबाद वाले शूट को पोस्टपोन कर दिया था। उस दिन दिव्या के पैर में चोट भी लगी थी, जिसके बारे में उन्होंने अपने डायरेक्टर को भी बता दिया था।
वही शूटिंग कैंसिल करने के बाद दिव्या के पास डिजाइनर फ्रेंड नीता लुल्ला का फोन आया और उन्होंने नीता के साथ मिलकर अपनी अगली फिल्म के कॉस्ट्यूम को फाइनल करने के लिए नीता को अपने वरसोवा में स्थित तुलसी अपार्टमेंट में बुला लिया।
रात के करीब 10 बजे होंगे जब नीता लुल्ला अपने पति के साथ दिव्या से मिलने आई हुई थीं। तीनो लिविंग रूम में बैठे बातें कर रहे थे और पार्टी कर रहे थे साथ ही शराब भी पी रहे थे। इस दौरान दिव्या की मेड अमृता भी वहां मौजूद थी।
बातचीत के बीच में अमृता किचन में कुछ काम करने आ गईं, नीता अपने पति के साथ टीवी देखने में व्यस्त थीं। इसी बीच दिव्या उस कमरे की खिड़की की तरफ गईं । दिव्या के लिविंग रूम में कोई बालकनी नहीं थी लेकिन वो खिड़की पर हवा खाने चली गई,उस खिड़की में ग्रिल नहीं थी। वही उस खिड़की के नीचे पार्किंग की जगह थी जहां हमेशा गाड़ियां खड़ी रहती थीं। लेकिन अफसोस जिस दिन दिव्या के साथ ये हादसा हुआ था उस दिन वहां कोई गाड़ी नहीं खड़ी थी।
वही खिड़की पर खड़ी दिव्या मुड़ कर सही से खड़े होने की कोशिश कर रही थीं कि तभी उनका पैर फिसल गया और दिव्या सीधे पांचवे माले से नीचे जमीन पर जाकर गिरीं। दिव्या की बॉडी पूरी तरह खून में लतपत थीं। लेकिन उनकी सांसे चल रही थी। इसके बाद उन्हें तुरंत ही कूपर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अफसोस कि तब तक देर हो चुकी थी। अस्पताल के एमर्जेंसी वार्ड में दिव्या ने दम तोड़ दिया।
दिव्या के मौत के पांच साल तक उनके केस में इंवेस्टीगेशन हुई लेकिन पुलिस को दिव्या के मौत के पीछे कोई ठोस वजह नहीं पता चली। नतीजतन, पुलिस ने रिपोर्ट में नशे में बालकनी से गिरने को ही कारण बता कर 1998 में दिव्या का केस बंद कर दिया । ये गुत्थी आजतक सुलझ नहीं पाई है कि दिव्या की मौत हत्या थी या आत्महत्या। अगर वे दुखी थीं तो अपने लिए घर क्यों खरीदा?ये राज अब दिव्या के साथ ही दफन हो चुका है।